Mangalwar ke Upay: अगर आपके जीवन में समस्याएं खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहीं या बहुत मेहनत के बाद भी सफलता हासिल नहीं हो रही तो हनुमान जी का पूजन अवश्य करें. #धार्मिक मान्यताओं के अनुसार #मंगलवार का दिन राम भक्त हनुमान को समर्पित है और जो व्यक्ति विधि-विधान के साथ इस दिन उनका पूजन करता है उसके सभी संकट दूर होते हैं. साथ ही हनुमान अपने भक्तों की सभी #मनोकामनाएं भी पूर्ण करते हैं. यहां तक यदि आपके #जीवन में धन संबंधी #समस्या चल रही है और कर्ज से मुक्ति पाना चाहते हैं तो मंगलवार के दिन ये विशेष उपाय जरूर अपनाएं.मंगलवार के उपायअगर आप धन संबंधी #समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो इनसे छुटकारा पाने के लिए मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर में जाएं और वहां सरसों के तेल में #मिट्टी का दीपक जलाएं. फिर वहीं बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें.इसके अलावा मंगलवार के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद ओम हनुमते नम: मंत्र का 108 बार जाप करे. इस उपाय को करने से भी हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और कर्ज से मुक्ति प्राप्त होती है.कई लोग हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए मंगलवार के दिन व्रत भी रखते हैं. लेकिन...
आरती कीजै हनुमान लला की|दुष्ट दलन रघुनाथ कला की||टेक||जाके बल से गिरवर काँपे|रोग दोष जाके निकट ना झाँके||अंजनि पुत्र महा बलदाई|संतन के प्रभु सदा सहाई||दे बीरा रघुनाथ पठाये|लंका जारि सिया सुधि लाये||लंका सो कोट समुद्र सी खाई|जात पवनसुत बार न लाई||लंका जारि असुर संहारे|सियाराम जी के काज सँवारे||लक्ष्मण मुर्छित पडे़ सकारे|आनि संजीवन प्राण उबारे||पैठि पाताल तोरि जम कारे|अहिरावन की भुजा उखारे||बायें भुजा असुर दल मारे|दहिने भुजा सब संत जन उबारे||सुर नर मुनि (जन) आरती उतारे|जै जै जै हनुमान उचारे||कचंन थार कपूर लौ छाई|आरती करत अंजना माई||जो हनुमान जी की आरती गावैं|बसि बैकुंठ परम पद पावैं||लंक विध्वंस किये रघुराई|तुलसीदास स्वामी किर्ती गाई||आरती कीजै हनुमान लला की|दुष्ट दलन रघुनाथ कला की||
आरती कीजै हनुमान लला की| दुष्ट दलन रघुनाथ कला की||टेक|| जाके बल से गिरवर काँपे| रोग दोष जाके निकट ना झाँके|| अंजनि पुत्र महा बलदाई| संतन के प्रभु सदा सहाई|| दे बीरा रघुनाथ पठाये| लंका जारि सिया सुधि लाये|| लंका सो कोट समुद्र सी खाई| जात पवनसुत बार न लाई|| लंका जारि असुर संहारे| सियाराम जी के काज सँवारे|| लक्ष्मण मुर्छित पडे़ सकारे| आनि संजीवन प्राण उबारे|| पैठि पाताल तोरि जम कारे| अहिरावन की भुजा उखारे|| बायें भुजा असुर दल मारे| दहिने भुजा सब संत जन उबारे|| सुर नर मुनि (जन) आरती उतारे| जै जै जै हनुमान उचारे|| कचंन थार कपूर लौ छाई| आरती करत अंजना माई|| जो हनुमान जी की आरती गावैं| बसि बैकुंठ परम पद पावैं|| लंक विध्वंस किये रघुराई| तुलसीदास स्वामी किर्ती गाई|| आरती कीजै हनुमान लला की| दुष्ट दलन रघुनाथ कला की||